Friday, December 13, 2019

बाजार

भावनाएं भी दुनिया जैसे बाजार बन जाएंगी, 
धड़कने हम तुम जैसे लाचार बन जाएंगी, 
जिस दिन चढावा आने लगा अच्छा खासा दोस्तों, 
आतंकियों की कब्र भी मजार बन जाएंगी..

#PST #JABALPUR #Poem #Kavita #shayari #Hindi 

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