लिखने का शौक सबको सिखा देता है शायरी..
पर वही है असल शायर, जिसे रोने का शौक हो...
दोस्तों, इस भाव के साथ ये ब्लॉग प्रारंभ कर रहा हूँ कि मेरे मान के भाव आप सब तक पहुँच सकें.
मेरा प्रयास है कि मेरे जैसे अन्य शौकिया लेखक & कवि, अपनी रचनाओं को दुनिया के सम्मुख रखें..
उठा के कलम लिख डालें अपने जज्बातों को, मेरे जैसे :)
Monday, October 10, 2011
सनम की याद में जब भी कुछ गुनगुनाऊंगा, जगजीत सिंह आप बहुत याद आओगे.. आंसू भरी निगाह से जब भी मुस्कुराऊंगा, नगमो को याद करके आप भी तो मुस्कुराओगे.. जगजीत सिंह आप बहुत याद आओगे.. कुछ दिन की बेरुखी चलती है अपनों से, पर ये क्या बात हुई की वापस नहीं आओगे? जगजीत सिंह आप बहुत याद आओगे.. ... PST