Wednesday, June 10, 2009

शुक्र है मेरी हसरत किसी को तो है
उस नज़र में इनायत अभी तक तो है
तेरी राह में सर को झुकाए हूँ मैं
मोहब्बत मैं इबादत अभी तक तो है


Priyank

Monday, June 8, 2009

अंजाम मुझे मर्ज़ का मालुम नहीं है
बस इतना है पता, कि ये बे-हिसाब है
सारे मेरे अपने ना-उम्मीद हो गए
सुना था, कि प्यार होता ला-जवाब है


Priyank