Monday, February 6, 2023

गुनाहखाना

कहीं तो ठौर ठिकाना है इस जमाने में, 
लो फिर आ बैठा अपने गुनाहखाने में, 
चाह छांव की नहीं तलब धूप की है, 
एक साया ही सही कुछ तो हो वीराने में..

#PST 6/2/23

Tuesday, January 17, 2023

चारदीवारी

यह बंद चारदीवारी
मुझे चुप होने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती.. 

इनसे बातें कर लेता हूं 
पंखे संग घूम लेता हूं 
तकिया गले लगा लेता हूं 
यह मुझे सोने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती.. 

तकदीर हिला जाती है 
तो कहीं दीवार पर टंगी 
तस्वीर रुला जाती है, 
बत्ती बंद कर लेता हूं 
यह मुझे रोने नहीं देती, 
यह बंद चारदीवारी 
बोर होने नहीं देती..

#PST