लिखने का शौक सबको सिखा देता है शायरी..
पर वही है असल शायर, जिसे रोने का शौक हो...
दोस्तों, इस भाव के साथ ये ब्लॉग प्रारंभ कर रहा हूँ कि मेरे मान के भाव आप सब तक पहुँच सकें.
मेरा प्रयास है कि मेरे जैसे अन्य शौकिया लेखक & कवि, अपनी रचनाओं को दुनिया के सम्मुख रखें..
उठा के कलम लिख डालें अपने जज्बातों को, मेरे जैसे :)
Wednesday, June 10, 2009
शुक्र है मेरी हसरत किसी को तो है उस नज़र में इनायत अभी तक तो है तेरी राह में सर को झुकाए हूँ मैं मोहब्बत मैं इबादत अभी तक तो है
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