पर वही है असल शायर, जिसे रोने का शौक हो - Priyank
दोस्तों, इस भाव के साथ ये ब्लॉग प्रारंभ कर रहा हूँ कि
नए - नए गालिब और दुष्यंत कुमार हमे मिलें
और नयी नयी पंक्तियों के साथ हमारे जीवन मैं उमंग भरें
ये ब्लॉग आप सभी का है और सबकी रचनाओं को इसमें स्थान मिलेगा..
बस शर्त ये है कि रचना मौलिक होनी चाहिए..
कोई भी पुरानी या उधार ली गयी शायरी / कविता यहाँ से हटा दी जाएगी
उठा के कलम लिख डालें अपने जज्बातों को
आपके अपने
www.paakiza.blogspot.com main
आपका अपना
प्रियंक ठाकुर
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Umeed hai kuch dil jale jaroor yahan aake apna dard baatne ki koshish karenge.
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